Keshu Ke Phool Ke Fayde Aur Nuksan: पलाश (केशु) फूल के फायदे और नुकसान किसी टोटके के से कम नहीं

केशु के फूल के फायदे / नुकसान और उपयोग

Keshu Ke Phool Ke Fayde
Keshu Ke Phool Ke Fayde


आज हम देखने जा रहे है की Keshu Ke Phool Ke Fayde किस प्रकार है। पहले तो हम आपको बता दे की केशू का दूसरा नाम पलाश भी है और केशू के बीज, केशू के पत्ते और केशू की जड़ के फायदे अनगिनत है, लेकिन केशू के फूलों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल आयुर्वेदिक औषधियां बनाने में किया जाता है। इन फूलों का उपयोग पोषक तत्व और टॉनिक के रूप में किया जाता है। आइए जानते है Keshu Ke Phool Ke Fayde Aur Nuksan किस प्रकार है।

हेल्थ के लिए केशू फूल के फायदे: Benefits of Keshu Flower for Health in Hindi


1. लीवर रोगों में केशू फूल के फायदे: Benefits of Keshu Flower in Liver Diseases in Hindi

पलाश के फूल एलेनिन फॉर्सफेट और क्षारीय ट्रांसएमिनेस के स्तर को कम करते है, इसलिए पलाश के पेड़ के फूलों का लिवर सुरक्षात्मक प्रभाव हो सकता है। लिवर को दो फ्लेवोनोइड्स से लाभ हो सकता है, जो ब्यूट्रिन और आइसोब्यूट्रिन है। विषाक्तता से बचाव की दृष्टि से ये पलाश के वृक्ष में होते है। लिवर की बीमारी को ठीक करने के लिए कोई भी हर्बल दवा लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।


2. खून साफ करने के लिए पलाश की छाल के फायदे: Palash for Blood Purification in Hindi

आज के समय में जब हमारी डायट और लाइफस्टाइल सही नहीं है तो खून सही से डिटॉक्सीफाई नहीं हो पाता है और खून की गंदगी का कारण बनता है। जब खून में गंदगी ज्यादा होती है तो इससे आपकी स्किन डार्क होने लगती है। आपको एक्ने और स्किन कई और समस्याएं भी होने लगती है। इसे में पलाश की छाल खून साफ करने में काम आ सकती है। प्यूरिफायर की तरह काम करता है और खून की अशुद्धियों को दूर करता है। इसके लिए पलाश की छाल को उबाल लें और फिर इसके जूस का सेवन करे।

3. त्वचा संबंधी समस्याओं के इलाज में केशू के फायदे: Benefits of Keshu in Treating Skin Problems in Hindi

पलाश के पत्तों और फूलों के कसौले गुण के कारण यह त्वचा की कोशिकाओं के अंतर्विरोध का कारण बनता है। इसलिए यह पिंपल्स और फोड़े फुंसियों को दूर रखने में मदद करता है। पलाश के फूल या यूरिन के स्तर को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल कर सकते है क्युकी इसमें मूत्रवर्धक गुण होते है।

4. पेट में कीड़े होने पर करें पलाश के बीज का उपयोग: Palash for Stomach Worms in Hindi

पेट में कीड़े होने पर कई सारी स्वस्थ समस्याएं होने लगती है। एसे में पलाश के बीज एंटी पैरासिटिक की तरह काम करते है और पेट के कीड़े को मरते है। ये डायरिया, उल्टी, गैस और पेट दर्द में भी फायदेमंद है। इसके लिए पलाश के बीज को पिस ले और गुनगुने पानी के साथ इसका सेवन करे। इसे आपकी पेट की तमाम समस्याओं में फायदेमंद साबित होगा।

5. मधुमेह में पलाश (केशु) फूल के लाभ: Benefits of Palaash Flower in Diabetes in Hindi

पलाश के फूलों में एंटी डायबिटीक गुण होते है, जो इन फूलों में पाए जाने वाले रसायन रक्त शोधन और बड़े हुए रक्त शर्करा पर नियंत्रण रखने में मदद करते है। यह मधुमेह के कारण शरीर में अन्य अंगों में होने वाले नुकसान को कम करने में भी मददगार है।

6. कफ-पित्त दोष में पलाश के पत्ते: Palash for Kapha-Pitta Dosha in Hindi

पलाश कफ–पित्त दोषों को दूर करने और इनको बैलेंस करने में आपकी मदद कर सकता है। दरअसल पलाश के पत्ते का कड़वा स्वाद कफ पित्त दोष को बैलेंस करने में मदद करता है। ये शरीर में दोनो तत्वों को बैलेंस करके मेटाबोलिक रेट बढ़ाता है और डाइजेशन को सही करता है। इस तरह ये वजन बढ़ने, मोटापा और डायबिटीज जैसी समस्याओं से बचाव में आपकी मदद कर सकता है।

7. यौन स्वास्थ्य में पलाश के फूल के फायदे: Benefits of Palash Flower in Sexual Health in Hindi

पलाश के फूल यौन स्वस्थ को बढ़ाने की क्षमता रखते है। सूखे पलाश के फूल एक शक्तिशाली कामोत्तेजक है। इसे नियमित रूप से दूध के साथ लेने से पुरुषो में यौन शक्ति और सहनशीलता बढ़ जाती है।

8. पलाश के फूल के दाद-खुजली जैसे फंगल इंफेक्शन में फायदे: Palash for Fungal Infection in Hindi

दाद खुजली जैसे फंगल इन्फेक्शन में पलाश की छाल या पत्ते आपके काम आ सकते है। दरअसल, इनमे एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते है को की फंगल इन्फेक्शन को दूर करता है दाद खुजली से छुटकारा दिलाता है। इसके लिए पलाश की छाल या पत्ते को उबाल कर इसके पानी से नहा ले या फिर इन दोनो को पिस कर अपने दाद पर लगा ले।

पलाश के फूल के नुकसान: Side Effects of Palash Flower in Hindi

पलाश के फूलों के कुछ संभावित नुकसान:

1. गर्भावस्था और स्तनपान: 

गर्भावस्था या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को पलाश के फूलों का सेवन नहीं करना चाहिए।

2. एलर्जी: 

कुछ लोगो को पलाश के फूलों से एलर्जी हो सकती है। लक्षणों में त्वचा पर लालिमा, खुजली, सूजन या सांस लेने में तकलीफ शामिल हो सकती है।

3. रक्तचाप: 

पलाश के फूलों का रक्तचाप कम करने का प्रभाव हो सकता है। यदि आप पहले से ही रक्तचाप की दवा ले रहे है, तो पलाश के फूलों का सेवन करने से पहले डॉक्टर से बात करे।

4. मधुमेह: 

पलाश के फूलों का रक्त शर्करा के स्तर को कम करने का प्रभाव हो सकता है। यदि आप मधुमेह के लिए दवा ले रहे है तो पलाश के फूलों का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।

5. शल्य चिकित्सा: 

यदि आप जल्द ही शल्य चिकित्सा कराने वाले है, तो पलाश के फूलों का सेवन दो सप्ताह पहले बंद कर दे।

6. अन्य दवाएं: 

पलाश के फूल कुछ दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकते है। यदि आप कोई अन्य दवा ले रहे है, तो पलाश के फूलों का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श ले।

नोट:

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है की ये संभावित नुकसान है, और सभी को ये अनुभव नहीं होंगे। यदि आप पलाश के फूलों का सेवन करने पर विचार कर रहे है, तो पहले अपने डॉक्टर से बात करना सबसे अच्छा है। 

पलाश के फूलों के कुछ अन्य संभावित साइड इफेक्ट्स में शामिल है:
पलाश के फूलों के कुछ अन्य संभावित दुष्प्रभावों में शामिल हैं:

  • पेट में दर्द
  • मतली
  • उल्टी
  • दस्त
  • सिरदर्द
  • चक्कर आना

निष्कर्ष:

रक्त शर्करा के लेवल को मैनेज करने के लिए पलाश के पत्ते की शक्ति बहुत लाभदायक होती है। इसके अलावा पलाश के पत्तों के पेस्ट को प्रभावित त्वचा पर लगाने से संक्रमण से छुटकारा पाया जा सकता है। पलाश के पत्तों और फूलों के उपयोग के बारे में अधिक जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ से संपर्क करे।

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