गुलर का फूल, फल छाल, पत्तियां और दूध खाने के फायदे और नुकसान
आज के इस ब्लॉग में हम देखने जा रहे है Gular Ke Phool Ke Fayde Aur Nuksan किस प्रकार है हमारे हेल्थ के लिए, गुलर एक ऐसा फल है जिसका जिक्र आयुर्वेद में भी किया जाता है। इसके फल को अंग्रेजी में वाइल्ड फिग कहा जाता है। वही हिंदी में जंगली अंजीर, जंगली गुलर, बेडू, दादुरी, कठगुलर और पगवारा के नाम से जाना जाता है।
इसमें विटामिन, मिनरल्स के अलावा आयरन, पैटेशियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते है जिसके कारण गुलर का इस्तेमाल कई सेहत संबधी समस्याओं में किया जाता है। आज इस Gular Phool Ke Fayde Aur Nuksan लेख में हम आपको बताएंगे इसकी छाल पत्तियां और फूल कैसे हमारे सेहत के लिए फायदेमंद साबित होता है। फुलो के अलावा अगर आपको बायोग्राफी पढणे का शॉक हो तो आप VIP बाओवाला साईट देख सकते है इसके साथ साथ अगर आपको शायरी, कोट्स और स्टेटस पढने का शोक है तो आप बढ़ सकते है।
गूलर फूल के फायदे और लाभ: Benefits of Gular Phool in Hindi
1. गूलर फूल के लिवर डिसऑर्डर में फायदे:
आयुर्वेद में गूलर फूल के फायदे और लाभ लिवर की बीमारी ठीक करने के लिए उपयोग में लिए जाते है। इसकी पत्तियों के रस में लिवर डैमेज को कम करने वाले गुण पाए जाते है। लिवर को हेल्दी रखने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
2. गुलर के दूध के बवासीर में फायदे:
गुलर के दूध की 10 से 20 बंद पानी में मिलाकर बवासीर से पीड़ित इंसान को पिला दीजिए, इससे 100% लाभ मिलेगा। वही इसके दूध को Masso पर लगाने से मस्से दब जाते है।
3. गुलर के पत्तियों के डायरिया में फायदे:
शोधकर्ताओं ने डायरिया की समस्या में गुलर की भूमिका पता लगाने के लिए अध्ययन किया था। उन्होंने जानबूझकर पहले डायरिया की समस्या पैदा की और फिर गुलर की पत्तियों का रस उपयोग किया। इस अध्ययन के परिणाम सकारात्मक आए और डायरिया से राहत पाने के लिए Gular Phool Ke Fayde भी देखे गए।
4. गुलर छाल के मुंह के छालों के लिए फायदे:
वही मुंह के छालों से राहत पाने के लिए आप गुलर की छाल से बने 250 मिली काढ़ा में 3 ग्राम कत्था और 1 ग्राम फिटकरी मिलाकर कुल्ला करे। इससे आपको कुछ ही देर में राहत मिलेगी।
5. गुलर के फेफड़ों की समस्या में फायदे:
रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट में इन्फेक्शन होने पर खांसी, सांस चढ़ना, सांस के साथ सिटी जैसी आवाज आना जैसे लक्षण दिखने लगते है। इन लक्षणों को मैनेज करने में गुलर मदद करता है। इसके उपयोग के लिए किसी आयुर्वेदिक एक्सपर्ट की मदद ले सकते है।
6. गुलर फूल के पेट दर्द में फायदे:
गुलर के फल का सेवन आप पेट दर्द से राहत पाने के लिए कर सकते है। लेकिन इससे पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर से जरूर राय मशविरा करे।
7. गुलर फल के ब्लड शुगर कंट्रोल करने में फायदे:
अगर आपको पेशाब की परेशानी है तो 2 पके फल इसके खाने से इससे निजात मिल सकती है। लेकिन इसमें डॉक्टर की सलाह जरूर लीजिए। इसके अलावा आप गुलर के फूल का सेवन डायबिटीज में कर सकते है। ब्लड शुगर कंट्रोल करने में आसानी होगी।
8. गुलर फूल के पाचन में सुधार करने के लिए फायदे:
गुलर में फाइबर की मात्रा अधिक होती है जो पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलने में मदद करता है। यह कब्ज से राहत दिलाने और मल त्याग को नियमित करने में भी सहायक होता है।
9. गुलर के रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में फायदे:
गुलर में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मदद करते है। यह संक्रमण से लड़ने और बीमारियों से बचाने में मदद करता है।
10. गुलर फूल के सूजन कम करने में फायदे:
गुलर में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते है जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते है। यह गठिया, जोड़ो में दर्द और अन्य सूजन संबधी बीमारियो के लिए फायदेमंद हो सकता है।
11. गुलर के वजन कम करने में फायदे:
गुलर में कैलोरी कम और फाइबर ज्यादा होता है, जो आपको लंबे समय तक पेट भरा हुवा महसूस करता है और वजन कम करने में मदद करता है।
12. गुलर के त्वचा और बालों के लिए फायदे:
गुलर में विटामिन ए और सी प्रचुर मात्रा में होते है, जो त्वचा और बालों के स्वस्थ के लिए फायदेमंद होते है। यह त्वचा को हाइड्रेटेड रखने, झुर्रियों को कम करने और बालो को मजबूत बनाने में मदद करता है।
गुलर का फूल, फल छाल, पत्तियां और दूध खाने के नुकसान: Side Effects of Gular Phool in Hindi
गुलर खाने के नुकसान वैसे तो ना के बराबर है लेकिन हम कुछ साइड इफेक्ट्स को नजरंदाज नहीं कर सकते है जैसे की कुछ निम्नलिखित नीचे बताए गए है:
1. बुखार:
गुलर का ज्यादा सेवन करने से बुखार की समस्या हो सकती है इसलिए याद रहे की गुलर का सीमित मात्रा में सेवन करे अथवा डॉक्टर की बताई गई खुराक के अनुसार सेवन करे।
2. आंतो में कीड़े:
याद रहे की पके गुलर का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से आंतो में कीड़े होने की संभावना बढ़ सकती है।
3. गर्भवस्था:
ध्यान रहे की गर्भवती महिलाओ को गुलर का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क जरूर करना चाहिए क्या पता इससे आपके होने वाले बच्चे को किसी प्रकार की जन्मजात बीमारी हो जाए।
ध्यान दे:
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है की गुलर के फूलों का सेवन अधिक मात्रा में नही करना चाहिए। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को गुलर के फूलों का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
अस्वीकरण:
यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।
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