गुड़हल का फूल लगाने का तरीका: हिबिस्कस फूल कैसे लगाए?
आज के इस Gudhal Ka Phool Lagane Ka Tarika लेख में हम देखेंगे की गुड़हल का फूल कैसे लगाएं? जो आपके गार्डन और घर की शोभा बढ़ा सके। गुड़हल जिसे लाल गुलाब भी कहा जाता है, भारत का राष्ट्रीय फूल है। या अपने चमकीले लाल, गुलाबी, पीले और सफेद फूलो के लिए जाना जाता है। गुड़हल न केवल सुंदर होता है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी होते है। यह गुड़हल का फूल लगाने के तरीके के बारे में स्टेप बाय स्टेप बताएंगे और यह नीचे जानकारी दी गई है आपको सिर्फ इस Gudhal Ka Phool Lagane Ka Tarika जानकारी को पढ़कर फूल लगाने है।
बीजों से गुड़हल लगाने का आसान तरीका: Bijo Se Gudhal Ka Phool Lagane Ka Tarika
1. बीजों का चयन:
ताजे और बिना कीटाणु वाले गुहहल के बीजों को खरीद ले। आप गुड़हल के बीजों को ऑनलाइन या लोकल मार्केट से या नर्सरी से खरीद सकते है।
2. बीजों को तैयार करना:
गुड़हल के बीजों को 24 घंटे के लिए गुनगुने पानी में भिगो दे।
3. मिट्टी तैयार करना:
एक गमले में अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का मिश्रण भरे। आप बगीचे की मिट्टी, रेत और खाद का मिश्रण इस्तेमाल कर सकते है।
4. बीज बोना:
बिको को मिट्टी में 1 इंच गहराई तक बोए।
5. पानी देना:
मिट्टी को नम रखे, लेकिन ज्यादा गीली नहीं होनी चाहिए।
6. अंकुरण:
बीजों को अंकुरित होने में 1 से 2 सप्ताह का समय लग सकता है।
7. पौधों की देखभाल:
जैसे जैसे पौधे बढ़ते है उन्हे नियमित रूप से पानी दे और खाद डालते रहे।
8. धूप:
गुड़हल को दिन में कम से कम 6 घंटे धूप की जरूरत होती है।
9. छंटाई:
मृत या क्षतिग्रस्त तनों को हटाने के लिए पौधो को नियमित रूप से कांटे।
कटिंग से गुड़हल लगाने का आसान तरीका: Cutting Se Gudhal Ka Phool Lagane Ka Tarika
1. कटिंग लेना:
स्वस्थ गुड़हल के पौधे से 4 से 6 इंच लंबी कटिंग ले।
2. पत्तियों को हटाना:
कटिंग से निचले हिस्से से पत्तियों को हटा दे।
3. जड़ें तैयार करना:
कटिंग के निचले सिरे को 1 से 2 इंच पानी में डुबोकर जड़े तैयार करे। आप रूटिंग हार्मोन का भी उपयोग कर सकते है।
4. मिट्टी तैयार करना:
एक गमले में अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का मिश्रण भरे।
5. कटिंग लगाना:
कटिंग को मिट्टी में लगाए और मिट्टी को दबा दे।
6. पानी देना:
मिट्टी को नम रखे, लेकिन मिट्टी को पूरी तरह से गीली मत करे।
7. नई ग्रोथ:
जड़े बनने में कुछ सप्ताह लग सकते है जिसके बाद ग्रोथ दिखाई देगी।
8. पौधों की देखभाल:
जैसे जैसे पौधे बढ़ते है उन्हे नियमित रूप से पानी दे और खाद डालते रहे ताकि पौधा जल्दी जल्दी बड़ा हो।
9. धूप:
याद रहे की गुड़हल को दिन में कम से कम 6 घंटे की धूप की जरूरत होती है।
10. छंटाई:
मृत या क्षतिग्रस्त तनों को हटाने के लिए पौधो को नियमित रूप से कांटे।
गुड़हल के फूलों की देखभाल: Gudhal Ke Phoolo Ki Dekhbhal Kaise Kare?
1. पानी देना:
गमले की मिट्टी सूखने पर पानी डालते रहे।
2. खाद:
है महीने एक बार संतुलित उर्वरक के साथ खाद डालें।
3. धूप:
गुड़हल को दिन में कम से कम 6 घंटे की धूप की जरूरत होती है।
4. छंटाई:
मारे हुए और कीटनाशक तनों को हटाने के लिए पौधे को नियमित रूप से कांटे।
5. कीट और रोग:
गुड़हल एफिड्स, थ्रिप्स और सफेद मक्खियों जैसे कीटो और रोगी के प्रति संवेदनशील होते है। यदि आप इनमे से किसी भी समय का सामना करते है, तो उचित उपचार करें।
निष्कर्ष:
गुड़हल जिसे लाल गुलाब भी कहा जाता है, भारत का राष्ट्रीय फूल है। या अपने चमकीले लाल, गुलाबी, पीले और सफेद फूलो के लिए जाना जाता है। गुड़हल न केवल सुंदर होता है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी होते है।
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